Sunday, January 2, 2011

राजस्थान में सूचना का अधिकार -

राजस्थान राज्य जो की अब क्षेत्रफल की दृष्टि से अब भारत का सब से बार राज्य है और शताब्दियों से यहाँ के निवासी अभाव में भी हिम्मत से काम लेते रहे हैं , यहाँ राजशाही का माहौल रहा है और अभी भी यहाँ का वर्तमान अपनी राजशाही वाली परम्पराओं को आगे ही आगे बोझ के जैसे लादे हुए बहुत ही चमक लिए हुए संसार के लोगों को पर्यटकों के रूप में आकर्षित करता रहा है लेकिन सत्यता ये है की यहाँ बहुत बहुत जातिवाद , सामंतवाद और राजनीती में एक विशेष प्रकार का जातिवाद व्याप्त है जो ठीक से हर एक को समझ नहीं आता है , और इन परिस्थितियों में यहाँ सूचना के अधिकार की आवशयकता बहुत है लेकिन आश्चर्य है की यहाँ की वर्तमान सर्कार और पूर्व सरकारें इस अधिकार के बारे में कोई प्रचार और अभियान नहीं चला रही है , अभी हाल ही में प्रशासन गाँव की और अभियान चल रहा है लेकिन सरकारी लोग सूचना के अधिकार के बारे में ग्रामीणों को कुछ भी नहीं बताते हैं , यह जान कर बहुत आश्चर्य होता है की वर्तमान मुख्यमंत्री जी अशोक गहलोत ने ही इस अधिकार को यहाँ १९९८ में ही लागु कर दिया था लेकिन अब पता नहीं क्यों ये सरकार मुख्यमंत्री जी के पहले कदम के बावजूद इस बारे में क्यों नहीं लोगों को बता रही है......

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